कोटा से मध्य प्रदेश रवाना हुए छात्र

लॉकडाउन के दौरान कोचिंग सिटी कोटा में फंसे मध्य प्रदेश के छात्रों को बुधवार के दिन तीन बसों से रवाना किया गया। वहां की सरकार ने कोटा में फंसे अपने प्रदेश के करीब 4 हजार छात्रों को ले जाने के लिए 150 बसें कोटा भेजी हैं। इन बसों से छात्रों का मध्य प्रदेश रवाना होने का सिलसिला शुरू हो गया है. मध्यप्रदेश सरकार ने इस मिशन को पूरा करने के लिए अपने 3 प्रशासनिक अधिकारियों को भी कोटा भेजा है। ग्वालियर के ज्वॉइंट कलक्टर दिनेश शुक्ला के साथ दो अन्य प्रशासनिक अधिकारी कोटा के स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर छात्रों को बसों से रवाना कर रहे हैं।


बुधवार को सुबह से कोटा के तीन स्थानों से बसों को मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया जाना शुरू किया गया है। कोटा के कुन्हाड़ी, राजीवनगर और झालावाड़ रोड स्थित बनाए गए बस स्टेंड्स से इन छात्रों को जिलेवार बसों में बैठाया गया है। कई छात्रों के साथ उनके अभिभावक भी हैं जो अब अपने बच्चों के साथ घर लौट रहे हैं। कोटा के एडीएम नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि छात्रों को कोटा से भेजने के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। छात्रों की रवानगी के लिए पुलिसकर्मियों तैनात किया गया है ताकि सोशल डिस्टेन्स को कायम रखा जा सके। इसके साथ ही चिकित्सा विभाग की टीमों ने भी मौके पर बच्चे की स्क्रिीनिंग की। छात्रों को खाने और नाश्ते के पेकेट्स के साथ मास्क, ग्लबस व सेनेटाइजर भी दिया जा रहा है.


ग्वालियर के ज्वाइंट कलक्टर शुक्ला ने बताया कि एमपी सरकार की ओर से वहां 6 नाके शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगर, नीमच ओर श्योपुर बनाए हैं. ये सभी बसें इन नाकों पर पहुंचेगी. वहां से 10-10 जिलों को कवर किया जाएगा और स्टूडेंट्स को उनके जिलों की बसों में वहां से बैठाकर घर पहुंचाया जाएगा. इसकी जिम्मेदरी संबंधित जिलों के कलक्टरों दी गई है। मध्यप्रदेश पहुंचते ही सीमा पर सभी स्टूडेंट्स की स्क्रिीनिंग की जाएगी।