सधी कदमताल
देश के रक्षा-नाथ सियासत की स्थापित परंपरा निभा रहे हैं। उनका दल तो पूरी तरह से चार्ज है, पर वो सभी को साधने की लाइन पकड़े हुए हैं। तभी तो कश्मीर के दो दिग्गजों की रिहाई की प्रार्थना कर दी। करें भी क्यों न। सरकार में उनका डिमोशन जो हुआ है। पहले नंबर-दो पर थे, अब तीन पर ढकेल दिए गए हैं। इसकी पीड़ा त…